उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जानेवाली आगामी परीक्षाओं (UKPSC/ UKSSSC) को मध्यनजर रखते हुए Exam Pillar आपके लिए Daily MCQs प्रोग्राम लेकर आया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से अभ्यर्थियों को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षाओं के प्रारूप के अनुरूप वस्तुनिष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जायेंगे।
Daily UKPSC / UKSSSC MCQs : उत्तराखंड (Uttarakhand)
07 June, 2025 (Saturday)
1. तालेश्वर दान पत्रों में वर्णित कार्तिकेयपुर राज्य के अंतर्गत आने वाले स्थान कहां स्थित हैं?
(A) जोशीमठ तहसील
(B) कत्यूर घाटी
(C) सतलुज नदी के किनारे
(D) तिब्बत सीमा पर
व्याख्या – डा० ताराचन्द्र त्रिपाठी के अनुसार, तालेश्वर दान पत्रों में वर्णित कार्तिकेयपुर राज्य के अंतर्गत आने वाले सभी स्थान कत्यूर घाटी में विद्यमान थे। इससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि कार्तिकेयपुर राज्य बहुत पहले से कत्यूर घाटी में था।Show Answer/Hide
2. पाण्डुकेश्वर दान पत्रों के अनुसार, कार्तिकेयपुर राज्य के स्थान वर्तमान में कहां मिलते हैं?
(A) देहरादून
(B) जोशीमठ
(C) नैनीताल
(D) हरिद्वार
व्याख्या – पाण्डुकेश्वर दान पत्रों में वर्णित कार्तिकेयपुर और उसके अंतर्गत स्थानों के नामों को पहचानने पर वे वर्तमान जोशीमठ तहसील में मिलते हैं। इससे यह पता चलता है कि जोशीमठ उस समय एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक इकाई थी।Show Answer/Hide
3. कत्यूरी वंश का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है?
(A) वासुदेव
(B) बसन्तनदेव
(C) ललितशूर
(D) निम्बरदेव
व्याख्या – जनश्रुति के अनुसार कत्यूरी वंश का संस्थापक वासुदेव था, किंतु बागेश्वर में प्राप्त त्रिभुवनराज के शिलालेख से स्पष्ट होता है कि प्रथम कत्यूरी नरेश का नाम बसन्तनदेव था।Show Answer/Hide
4. कत्यूरी अभिलेखों में प्रयुक्त लिपि कौन-सी थी?
(A) ब्राह्मी
(B) नागरी
(C) कुटिला
(D) शारदा
व्याख्या – कत्यूरी नरेशों के अभिलेखों में कुटिला लिपि का प्रयोग हुआ है, जो नवीं और दसवीं सदी के मगध के पालवंशी नरेशों के अभिलेखों में भी मिलती है।Show Answer/Hide
5. निम्नलिखित में से कत्यूरी वंश के किन तीन संस्थापकों ने कार्तिकेयपुर में शासन किया था?
(A) बसन्तनदेव, निम्बरदेव, लोणादित्य
(B) ललितशूर, वासुदेव, पद्मटदेव
(C) देशटदेव, त्रिभुवनराज, लोणादित्य
(D) ललितशूर, सुभिक्षराज देव, निम्बरदेव
व्याख्या – अभिलेखों के अनुसार, कत्यूरी राजवंश के बसन्तनदेव, निम्बरदेव और लोणादित्य नामक तीन संस्थापकों ने कार्तिकेयपुर या उसके आसपास राजधानी स्थापित कर शासन किया था।Show Answer/Hide