उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जानेवाली आगामी परीक्षाओं (UKPSC/ UKSSSC) को मध्यनजर रखते हुए Exam Pillar आपके लिए Daily MCQs प्रोग्राम लेकर आया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से अभ्यर्थियों को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षाओं के प्रारूप के अनुरूप वस्तुनिष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जायेंगे।
Daily UKPSC / UKSSSC MCQs : उत्तराखंड (Uttarakhand)
02 November, 2025
Q1. चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति के साक्ष्य उत्तराखण्ड में किन स्थलों से प्राप्त हुए हैं?
(A) हरिद्वार और बदरीनाथ
(B) थापली (श्रीनगर) और पुरोला
(C) द्वाराहाट और अल्मोड़ा
(D) रानीखेत और चंपावत
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व्याख्या: चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति के प्रमाण अलकनंदा घाटी के थापली (श्रीनगर) और यमुना घाटी के पुरोला से प्राप्त हुए हैं। ये स्थल दर्शाते हैं कि उत्तराखण्ड भी इस संस्कृति के प्रसार क्षेत्र का हिस्सा था। यह काल ताम्र संस्कृति के बाद का चरण था, जिसमें लोहा प्रयोग में आने लगा था।
Q2. थापली और पुरोला से प्राप्त मृदभांडों पर किस प्रकार की आकृतियाँ चित्रित हैं?
(A) लाल रंग में वृत्ताकार आकृतियाँ
(B) सफेद रंग में त्रिकोणीय रेखाएँ
(C) काले रंग में क्षैतिज व अनुलम्ब रेखाएँ
(D) नीले रंग में ज्यामितीय चित्र
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व्याख्या: इन मृदभांडों पर काले रंग से क्षैतिज (horizontal) और अनुलम्ब (vertical) रेखाओं के रूप में चित्र बनाए गए हैं। यह शैली इस संस्कृति की प्रमुख विशेषता मानी जाती है, जो उस काल की कलात्मक और सांस्कृतिक परंपराओं को प्रकट करती है।
Q3. चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति को महाभारतकालीन किस विद्वान ने माना है?
(A) मोर्टिमर व्हीलर
(B) बी. बी. लाल
(C) ए. एल. बाशम
(D) के. पी. जयसवाल
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व्याख्या: प्रसिद्ध पुरातत्वविद् बी. बी. लाल ने चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति को महाभारतकालीन काल से जोड़ा है। उनके अनुसार यह संस्कृति उस समय की सामाजिक, धार्मिक और तकनीकी उन्नति का द्योतक है, जिसमें लौह युग का आरंभ और वैदिक जीवन का प्रसार हुआ।
Q4. चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति से संबंधित स्थलों में कौन-सा जीव विशेष रूप से पाया गया है?
(A) ऊँट
(B) गाय
(C) घोड़ा
(D) हाथी
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व्याख्या: इस संस्कृति से जुड़े पुरास्थलों में घोड़े के अवशेष बड़ी मात्रा में मिले हैं। यह खोज यह संकेत देती है कि उस समय घोड़े का उपयोग युद्ध, परिवहन और धार्मिक अनुष्ठानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
Q5. चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति को किस युग के प्रचलन से जोड़ा जाता है?
(A) नवपाषाण युग
(B) ताम्र युग
(C) लौह युग
(D) महापाषाण युग
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व्याख्या: चित्रित धूसर मृदभांड संस्कृति को लौह युग के प्रारंभिक दौर से जोड़ा जाता है। यह काल वह समय था जब मनुष्य ने तांबे और कांसे के स्थान पर लोहा उपकरणों में प्रयोग करना शुरू किया, जिससे कृषि, युद्ध और शिल्पकला में उल्लेखनीय परिवर्तन आए।
