उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जानेवाली आगामी परीक्षाओं (UKPSC/ UKSSSC) को मध्यनजर रखते हुए Exam Pillar आपके लिए Daily MCQs प्रोग्राम लेकर आया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से अभ्यर्थियों को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षाओं के प्रारूप के अनुरूप वस्तुनिष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जायेंगे।
Daily UKPSC / UKSSSC MCQs : उत्तराखंड (Uttarakhand)
01 December, 2025
| Read This UKPSC / UKSSSC Daily MCQ – (Uttarakhand) in English Language |
Q1. महाभारत काल में गंगाद्वार में किसका शासन था?
(A) असुर बाणासुर
(B) राजा विराट
(C) नागराज कौरव्य
(D) सुबाहु
Show Answer/Hide
व्याख्या: महाभारत काल में गंगाद्वार क्षेत्र में नागराज कौरव्य का शासन था। यह क्षेत्र नागवंशियों का प्रमुख केंद्र माना जाता था। वहीं श्रीनगर पर सुबाहु तथा मन्दाकिनी नदी के उत्तर में असुर बाणासुर का प्रभुत्व था।
Q2. गढ़वाल क्षेत्र में पाण्डवों के आगमन का उल्लेख किस ग्रंथ में मिलता है?
(A) आदिपर्व
(B) सभापर्व
(C) वन पर्व
(D) भीष्म पर्व
Show Answer/Hide
व्याख्या: वन पर्व के अनुसार लोमश ऋषि के साथ पाण्डव गढ़वाल क्षेत्र में आए थे। यह यात्रा उनके वनवास काल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जिसमें उन्होंने इस क्षेत्र के विभिन्न तीर्थों व ऋषि आश्रमों का दर्शन किया था।
Q3. प्राचीन काल में गढ़वाल क्षेत्र के कौन से दो विद्यापीठ प्रसिद्ध थे?
(A) कनखल व केदारनाथ
(B) बद्रीकाश्रम व कण्वाश्रम
(C) श्रीनगर व देवप्रयाग
(D) गंगोत्री व यमुनोत्री
Show Answer/Hide
व्याख्या: गढ़वाल क्षेत्र में प्राचीन काल के दो प्रमुख विद्यापीठ बद्रीकाश्रम और कण्वाश्रम थे। ये दोनों ही स्थान शिक्षा, धर्म, दर्शन और साधना के महान केंद्र थे जहाँ अनेक ऋषि-मुनियों ने वेद, उपनिषद और पुराणों की रचना व अध्ययन किया था।
Q4. ऋग्वेद में उत्तराखण्ड क्षेत्र का कौन-सा नाम उल्लेखित है?
(A) इलावर्त
(B) कुरुक्षेत्र
(C) उशीनगर
(D) केदारखण्ड
Show Answer/Hide
व्याख्या: ऋग्वेद में उत्तराखण्ड क्षेत्र को उशीनगर कहा गया है। यह नाम इस क्षेत्र की वैदिक प्राचीनता और सभ्यता के विकास से जुड़ा हुआ है। साथ ही, बौद्ध साहित्य में भी महात्मा बुद्ध के ‘उर्ध्वज’ जाने का उल्लेख मिलता है, जिसकी पहचान कनखल से की जाती है, जो हरिद्वार के समीप स्थित है।
Q5. कण्वाश्रम किस कारण से प्रसिद्ध है?
(A) राजा हरिश्चन्द्र की तपस्थली होने के कारण
(B) दुष्यन्त और शकुन्तला के प्रेम प्रसंग के कारण
(C) भगवान विष्णु के अवतार स्थल होने के कारण
(D) महर्षि वाल्मीकि की कुटी होने के कारण
Show Answer/Hide
व्याख्या: कण्वाश्रम पौड़ी जनपद के कोटद्वार में स्थित है और यह दुष्यन्त तथा शकुन्तला के प्रेम प्रसंग के लिए प्रसिद्ध है। शकुन्तला, ऋषि विश्वामित्र और अप्सरा मेनका की पुत्री थीं, जबकि राजा दुष्यन्त हस्तिनापुर के शासक थे। इस प्रेम कथा ने भारतीय साहित्य और संस्कृति में अमर स्थान प्राप्त किया।
| Read Also : |
|---|
