अपादानकारकम् (पंचमी-विभक्तिः)
अभ्यासः
1. कोष्ठके प्रदत्तशब्दैः सह उचितविभक्तिं प्रयुज्य रिक्तस्थानानि पूरयत।
i. ________ अङ्कुरः प्रभवति। (बीज)
ii. ________ विद्युत् उद्भवति। (जल)
iii. ________ छात्रा: पठन्ति। (शिक्षक)
iv. ________ नद्यः प्रभवन्ति। (पर्वत)
v. ________ मा प्रमदः। (स्वाध्याय)
उत्तर –
i. बीजात् अङ्कुरः प्रभवति।
ii. जलात् विद्युत् उद्भवति।
iii. शिक्षकात् छात्रा: पठन्ति।
iv. पर्वतात् नद्यः प्रभवन्ति।
v. स्वाध्यायात् मा प्रमदः।
2. पंचमीविभक्तियुक्तपदं उदाहरणानुसारं चिह्नितं कुरुत –
उत्तर –
यथा – काष्ठात् अग्निः जायते मथ्यमानात्।
(i) कोटः अपि सुमनः सङ्गात् आरोहित सतां शिरः।
(ii) धैयात् कदाचित् स्थितिम् आप्नुयात् सः।
(iii) विद्या ददाति विनय विनयाद् याति पात्रताम्।
पात्रत्वाद् धनमाप्नोति धनाद् धर्मः ततः सुखम्।
(iv) सत्यात् अपि हितं वदेत्।
(v) दोषक्षयोऽग्निवृद्धिश्च व्यायामादुपजायते।
उत्तर –
(i) कोटः अपि सुमनः सङ्गात् आरोहित सतां शिरः।
(ii) धैयात् कदाचित् स्थितिम् आप्नुयात् सः।
(iii) विद्या ददाति विनय विनयाद् याति पात्रताम्।
पात्रत्वाद् धनमाप्नोति धनाद् धर्मः ततः सुखम्।
(iv) सत्यात् अपि हितं वदेत्।
(v) दोषक्षयोऽग्निवृद्धिश्च व्यायामादुपजायते।
3. उदाहरणानुसारं लिखत –
शब्दः | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा– सैनिकः | पञ्चमी | सैनेकात | सैनेकाभ्याम् | सैनेकेभ्यः |
रक्षकः | ______ | ______ | ______ | ______ |
मनुष्यः | ______ | ______ | ______ | ______ |
महिला | पञ्चमी | महिलायाः | महिलाभ्याम् | महिलाभिः |
देवी | ______ | ______ | ______ | ______ |
कन्या | ______ | ______ | ______ | ______ |
मित्रम् | पञ्चमी | मित्रम् | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
पात्रम् | ______ | ______ | ______ | ______ |
गात्रम् | ______ | ______ | ______ | ______ |
उत्तर –
शब्दः | विभक्तिः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
रक्षकः | पञ्चमी | रक्षकात् | रक्षकाभ्याम् | रक्षकेभ्यः |
मनुष्यः | पञ्चमी | मनुष्यात् | मनुष्याभ्याम् | मनुष्येभ्यः |
महिला | पञ्चमी | महिलायाः | महिलाभ्याम् | महिलाभिः |
देवी | पञ्चमी | देव्याः | देवीभ्याम् | देविभ्यः |
कन्या | पञ्चमी | कन्यायाः | कन्याभ्याम् | कन्याभ्यः |
मित्रम् | पञ्चमी | मित्रम् | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
पात्रम् | पञ्चमी | पात्रात् | पात्रभ्याम् | पात्रेभ्यः |
गात्रम् | पञ्चमी | गात्रात् | गात्राभ्याम् | गात्रेभ्यः |
4. यथोचितं योजयत –
पिपीलिका | नरात् |
देव | वृद्धायाः |
सैनिक | मधुमक्षिकायाः |
मधुमक्षिका | सैनिकत् |
वृद्धा | देवात् |
नर | पिपीलिकायाः |
उत्तर –
पिपीलिका | पिपीलिकायाः |
देव | देवात् |
सैनिक | सैनिकत् |
मधुमक्षिका | मधुमक्षिकायाः |
वृद्धा | वृद्धायाः |
नर | नरात् |