बिहार के प्रमुख संग्रहालय (Major Museums of Bihar)
पटना संग्रहालय, पटना (Patna Museum, Patna)
स्थापना वर्ष – 1917
बिहार का सबसे बड़ा संग्रहालय,
मुख्य आकर्षण – दीदारगंज से प्राप्त मौर्यकालीन यक्षिणी की मूर्ति, मौर्यकाल से पालकाल तक के प्राचीन अवशेष, जीवाश्म वृक्ष (लगभग 20 लाख वर्ष पुराना), मुगल चित्रकला व पटना कलम के सुंदर नमूने, सुन्दर कांस्य प्रतिमाएं, सिक्के, मृदभांड अभिलेख, चित्र, सामान्य उपयोग की वस्तुओं के साथ-साथ भूगर्भीय सामग्री और प्राकृतिक सम्पदा के नमूने।
वैशाली संघ द्वारा स्थापित, मौर्यकालीन से पालकालीन अवशेष सुरक्षित
गया संग्रहालय, गया (Gaya Museum, Gaya)
स्थापना वर्ष – 1952
गया के प्रमुख अधिवक्ता बलदेव प्रसाद द्वारा स्थापित
1970 से बिहार सरकार के नियंत्रण में, 7वीं से 12वीं शताब्दी के बीच को काले पत्थर द्वारा निर्मित मूर्तियां एवं अन्य वस्तुएं, प्राचीन और मध्यकालीन सिक्के एवं पाण्डुलिपियां
जालान संग्रहालय, पटना सिटी (Jalan Museum, Patna City)
स्थापना वर्ष – 1954
दीवान बहादुर राधाकृष्णन जालान द्वारा स्थापित लगभग 10000 कलाकृतियां और ऐतिहासिक अवशेष सुरक्षित
रत्नी (मधुबनी) के जमींदार चंद्रधारी सिंह के निजी संग्रह की वस्तुएं, 12000 से अधिक सुरक्षित वस्तुओं में धातु, लकड़ी, मिट्टी व हाथी दांत के ऐतिहासिक अवशेष एवं पांडुलिपियां
राजेन्द्र स्मारक संग्रहालय, पटना (Rajendra Memorial Museum, Patna)
स्थापना वर्ष – 1963
भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जीवन से संबंधित महत्त्वपूर्ण वस्तुओं का संग्रह
गांधी संग्रहालय, पटना (Gandhi Museum, Patna)
स्थापना वर्ष – 1967
गांधी स्मारक निधि द्वारा स्थापित, विशेष आकर्षण महात्मा गांधी के जीवन की मुख्य घटनाओं पर आधारित चित्रों का संग्रह
नवादा संग्रहालय, नवादा (Nawada Museum, Nawada)
स्थापना वर्ष – 1974
नवादा जिले से प्राप्त पालकालीन मूर्तियां, सल्तनतकालीन पुरावशेष, सिक्कों का संग्रह
महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा (Maharaja Lakshmeshwar Singh Museum, Darbhanga)
स्थापना वर्ष – 1979
दरभंगा के महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह द्वारा भेंट की गई लगभग 17,000 सामग्री सुरक्षित
श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र (Krishna Science Center)
स्थापना वर्ष – 1981
बिहार का प्रथम विज्ञान संग्रहालय, विभिन्न वैज्ञानिक उपकरण व यंत्र सुरक्षित तथा इनकी कार्यविधि का व्यावहारिक प्रदर्शन