Skip to content
UKGK in English
Menu
  • Home
  • Uttarakhand GK
  • UKPSC
  • UKSSSC
  • UPSC
  • CTET
  • MCQ
  • हिंदी ब्लॉग
Menu
UPSSSC PET Exam 28 October 2023 (Answer Key)

UPSSSC PET Exam 28 October 2023 – 2nd Shift (Official Answer Key)

Posted on October 28, 2023November 7, 2023 by Senior Editor

81. The Kingdom of Saudi Arabia has signed the Instrument of Accession to the Treaty of Amity and Cooperation in Southeast Asia (TAC) at which of the following places?
(A) Naypyidaw, Myanmar
(B) Bangkok, Thailand
(C) Jakarta, Indonesia
(D) Vietnam, Cambodia

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

82. Where the conference for establishment of the Organisation of the Petroleum Exporting Countries (OPEC) had taken place ?
(A) Dubai
(B) Tehran
(C) Qatar
(D) Baghdad

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

83. Which of the following is the official language of India’s first planned modern city ?
(A) Punjabi
(B) Haryanvi
(C) Hindi
(D) English

Click To Show Answer/Hide

Answer – (A)

84. The only instance when the President of India exercised his power of veto related to which of the following?
(A) Dowry Prohibition Bill
(B) Indian Post-Office (Amendment) Bill
(C) PEPSU Appropriation Bill
(D) Hindu Code Bill

Click To Show Answer/Hide

Answer – (B)

85. Khashaba Dadasaheb Jadhav had become the first Indian to win an Olympic medal in which of the following sports ?
(A) Athletics
(B) Shooting
(C) Wrestling
(D) Swimming

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

86. The National Institute of Oceanography (NIO) is having its headquarters at which of the following places?
(A) Dona Paula, Goa
(C) Mumbai, Maharashtra
(B) Visakhapatnam, Andhra Pradesh
(D) Kochi, Kerala

Click To Show Answer/Hide

Answer – (A)

87. Which one of the following Indian Freedom Fighter had written a book named “Hints for Self-Culture”?
(A) Lala Lajpat Rai
(B) Bal Gangadhar Tilak
(C) Lala Har Dayal
(D) Rabindranath Tagore

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

88. Give name of the strait which connects the Java sea to the Indian ocean.
(A) Strait of Bosphorus
(B) Strait of Malacca
(C) Strait of Sunda
(D) Strait of Formosa

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

89. According to Rishi Manu, the tract between the old sacred rivers Sarswati and Drishdvati was known as
(A) Indraprastha
(B) Taxila
(C) Varnavat
(D) Brahmavarta

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

90. Wall Murals only painted by Men commonly in the Chhotaudepur area of Gujarat as offerings to Pithora. Here, “Pithora” means ________ .
(A) God of Food Grains
(B) God of Forest
(C) God of Wood
(D) God of Fire

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

90. गुजरात के छोटाउदेपुर क्षेत्र में आमतौर पर पिथौरा को प्रसाद के रूप में केवल पुरुषों द्वारा बनाए गए भित्ति चित्र (Wall Murals) अर्पण किये जाते हैं । यहाँ, “पिथौरा” का अर्थ ________ है ।
(A) अन्न के देवता
(B) वन के देवता
(C) लकड़ी के देवता
(D) अग्नि के देवता

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (प्र. 91-95)

आज किसी भी व्यक्ति का सबसे अलग एक टापू की तरह जीना संभव नहीं रह गया है । भारत में विभिन्न पंथों और विविध मत-मतांतरों के लोग साथ-साथ रह रहे हैं। ऐसे में यह अधिक ज़रूरी हो गया है कि लोग एक-दूसरे को जानें; उनकी ज़रूरतों को, उनकी इच्छाओं-आकांक्षाओं को समझें उन्हें तरजीह दें और उनके धार्मिक विश्वासों, पद्धतियों, अनुष्ठानों को सम्मान दें । भारत जैसे देश में यह और भी अधिक ज़रूरी हैं, क्योंकि यह देश किसी एक धर्म, मत या विचारधारा का नहीं है । स्वामी विवेकानंद इस बात समझते थे और अपने आचार-विचार में अपने समय से बहुत आगे थे । उनका दृढ़ मत था कि विभिन्न धर्मों- संप्रदायों के बीच संवाद होना ही चाहिए। वे विभिन्न धर्मों- संप्रदायों की अनेकरूपता को जायज़ और स्वाभाविक मानते थे । स्वामी जी विभिन्न धार्मिक आस्थाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने के पक्षधर थे और सभी को एक ही धर्म का अनुयायी बनाने के विरुद्ध थे । वे कहा करते थे, “यदि सभी मानव एक ही धर्म को मानने लगें, एक ही पूजा- पद्धति को अपना लें और एक-सी नैतिकता का अनुपालन करने लगें, तो यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात होगी, क्योंकि यह सब हमारे धार्मिक और आध्यात्मिक विकास के लिए प्राणघातक होगा तथा हमें हमारी सांस्कृतिक जड़ों से काट देगा । हमें सभी धर्म-संप्रदाय पंथ- विचारों के लोगों को और उनकी विचारधाराओं और उपासना पद्धतियों को उचित सम्मान देना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को चाहे वह किसी जाति-धर्म और भाषा से सम्बंधित है, प्रकृति ने समान बनाया है । सभी मनुष्यों में एक ही परमात्मा का वास है । जागतिक विकास की दृष्टि से कोई पिछड़ा हो सकता है। यदि कोई पिछड़ा हुआ है तो उसे अपने साथ ले लेने से मानवता खिल उठती है ।

91. ‘आध्यात्मिक’ शब्द में क्रमशः उपसर्ग, मूल शब्द और प्रत्यय हैं ?
(A) आधि + आत्मा + क
(B) आधि + आत्म + इक
(C) अध्य + आत्म + इक
(D) अधि + आत्म + इक

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

92. ‘स्वामी विवेकानंद इस बात को समझते थे और अपने आचार-विचार में अपने समय से बहुत आगे थे ।’ वाक्य का प्रकार है
(A) सामान्य वाक्य
(B) विधिवाचक वाक्य
(C) संयुक्त वाक्य
(D) मिश्रित वाक्य

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

93. गद्यांश के अनुसार धर्म-सम्प्रदायों के विषय में विवेकानंद का विचार था कि
(A) सभी धर्म समान हैं और धर्म-सम्प्रदायों की अनेकरूपता जायज़ और स्वाभाविक है ।
(B) भारत में केवल एक धर्म का पालन होना चाहिए ।
(C) हिन्दुओं को भारत में रहने और अपना धर्मपालन करने का अधिकार है ।
(D) केवल हिन्दू धर्म की पूजा पद्धति सही है

Click To Show Answer/Hide

Answer – (A)

94. हमारे धार्मिक और आध्यात्मिक विकास के लिए क्या प्राणघातक होगा ?
(A) भारत में अनेक धर्मों का पालन ।
(B) पिछड़े लोगों पर अन्याय करना ।
(C) भारत में एक से अधिक धार्मिक विश्वासों का अपनाना ।
(D) भारत जैसे देश में किसी एक धर्म का पालन

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

95. मानवता कब खिल उठती है ?
(A) जब एकाधिक धर्मो को मानने वाले साथ रहते हैं।
(B) जब सभी का आध्यात्मिक विकास होगा ।
(C) जब सभी में स्थित एक परमात्मा को ही एकमात्र सत्य स्वीकार किया जाता है ।
(D) जब पिछड़ों को सहारा दिया जाता है ।

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (प्र: 96 – 100)

इस रत्नगर्भा वसुंधरा के अंतः स्थल में हीरे-मणि- माणिक्य और सम्पदा का अभाव नहीं है । धरती का विस्तीर्ण अतल गर्भ अनंत धनराशि से भरा पड़ा है । आवश्यकता है, इसके वक्ष को चीरकर उन्हें उगलवा लेने वाले दृढ़ संकल्प और साहस की । धरती के अंदर विद्यमान धनराशि के कारण ही धरती वसुंधरा कहलाती है। इस धरा पर रहने वाले कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि यदि भाग्य में नहीं है तो हथेली पर आई वस्तु भी नष्ट हो जाती है । जब हम अपना चिंतन केवल भाग्यवाद को आधार मानकर करते हैं, तो हम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपेक्षित प्रयत्न नहीं करते । प्रयत्न के अभाव में फल भी नहीं मिलता और लोग भाग्य को दोष देते रहते हैं । ऐसे भाग्यवादी लोगों को कायर माना जाता है । अकूत सम्पदा तो उसी को मिल सकती है जो पूर्ण संकल्प के साथ कार्य में प्रवृत्त हो । जैसे अर्जुन का ध्यान पक्षी की बेधे जाने वाली आँख पर था, उसी प्रकार जो लक्ष्य के प्रति एकनिष्ठ होकर सतत प्रयासशील रहता है, समय के परिपाक के साथ उस लक्ष्य को पाने में सफल हो जाता है । ऐसे लोग जो भाग्य के सहारे बैठे रहते हैं और प्रतीक्षा करते रहते हैं कि अली बाबा की सिम-सिम वाली गुफा का द्वार कब खुलता है, उन्हें जब असफलता का अँधेरा अपने चारों ओर घिरता दिखाई देता है, तब वे पछतावा करते हैं कि उन्होंने व्यर्थ ही समय गँवा दिया । मनुष्य के पास सभी कुछ पा लेने की क्षमता होती है, पर कैसे उसे पाया जाएगा उसके लिए संपूर्ण निर्णयशक्ति, दृढ़ संकल्प और अपेक्षित परिश्रम आवश्यक है। कई बार लक्ष्य के एकदम समीप पहुँच कर हम प्रयत्न करना छोड़ देते हैं और भाग्य को दोष देते हैं । भाग्य जैसी कोई वस्तु या तो होती ही नहीं है और या परिश्रम की चाबी. के साथ मिलकर भाग्य की चाबी काम करती है । भाग्य की अकेली चाबी सफलता के ताले को नहीं खोल सकती । इसीलिए कवि तुलसीदास ने कहा है- कायर मन कर एक अधारा । दैव दैव आलसी पुकारा ॥

96. भाग्य को कौन लोग दोष देते रहते हैं ?
(A) जो परिश्रमशील होते हैं और सफल हो जाते हैं ।
(B) जिनको पहले से पता होता है कि उन्होंने मेहनत- नहीं की है और वे सफल होने वाले नहीं हैं।
(C) जो किसी भी परिस्थिति का सामना करने के. लिए तैयार रहते हैं ।
(D) जो प्रयत्न के अभाव में फल न मिल पाने के कारण बचाव का बहाना खोजते हैं।

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

97. ‘परिश्रम’ शब्द कौन सी व्याकरणिक इकाई है ?
(A) संज्ञा
(B) क्रिया-विशेषण
(C) विशेषण
(D) सर्वनाम

Click To Show Answer/Hide

Answer – (A)

98. जब हम अपना चिंतन केवल भाग्यवाद को आधार मानकर करते हैं तब क्या होता है ?
(A) हम सफल हो जाते हैं ।
(B) संपूर्ण निर्णयशक्ति, दृढ़ संकल्प और अपेक्षित परिश्रम करने के कारण सफलता पा लेते हैं ।
(C) हम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपेक्षित प्रयत्न नहीं करते हैं और असफल होते हैं ।
(D) हम पूरी तरह से मेहनत करते हैं।

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

99. जीवन में भाग्य का फल किसको मिलता है ?
(A) जो भाग्य के सहारे बैठे रहते हैं और प्रतीक्षा करते रहते हैं कि अली बाबा की सिम-सिम वाली गुफा का द्वार कब खुलता है ।
(B) जो दैव-दैव पुकार कर सफलता के ताले को खोलने का प्रयास करते हैं ।
(C) जो परिश्रम की चाबी के साथ भाग्य की चाबी मिलाकर सफलता का ताला खोलने का प्रयास करते हैं ।
(D) जो भाग्य की अकेली चाबी से सफलता के ताले को खोलने का प्रयास करते हैं ।

Click To Show Answer/Hide

Answer – (C)

100. गद्यांश में कायर किसको माना गया है ?
(A) जो युद्ध में शत्रु को पीठ दिखाकर भाग जाए ।
(B) जो मेहनत करने से पीछे न हटे।
(C) जो पड़ोसी के ललकारने पर घर के अंदर छिप जाए ।
(D) जो अपेक्षित परिश्रम से डरकर भाग्य का आश्रय ले ।

Click To Show Answer/Hide

Answer – (D)

 

Read Also :
Uttar Pradesh Study Material in Hindi Language (हिंदी भाषा में)  Click Here
Uttar Pradesh Districts Information in Hindi Language
Click Here
UPPSC Previous Year Exam Paper  Click Here
UPSSSC Previous Year Exam Paper  Click Here
Uttar Pradesh Police Previous Year Exam Paper  Click Here
Allahabad High Court Previous Year Exam Paper  Click Here
Pages: 1 2 3 4 5

1 thought on “UPSSSC PET Exam 28 October 2023 – 2nd Shift (Official Answer Key)”

  1. Kundan Kumar says:
    February 16, 2024 at 3:18 PM

    Whci

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand GK in Hindi
UKSSSC Papers
UKPSC Papers

Categories

  • CDS
  • CTET
  • UKPSC
  • UKSSSC
  • UPPSC
  • UPSC
  • UPSSSC
  • USET
  • UTET
  • Uttarakhand

Recent Post

  • UKPSC Preliminary Exam Paper I (General Studies) – 14 July 2024 (Official Answer Key)
  • UPSC CSE (Preliminary) Exam 2024 Paper I (GS) – 16 June 2024 (Answer Key)
  • CTET Exam 21 January 2024 Paper II (CDP) Answer Key
  • Kumaun University USET Exam Paper I (General Studies) – 07 January 2024 (Official Answer Key)
  • UKSSSC VDO / VPDO Exam Paper – 31 Dec 2023 (Official Answer Key)
© 2024 TheExamPillar -Uttarakhand | All Rights Reserved TheExamPillar
close button